सोमवार, 23 जुलाई 2012

शिव पुराण से

शिव पुराण अनुसार किस द्रव्य से अभिषेक करने से क्या फल मिलता है ..प्रमाण श्लोक सहित पोस्ट कर रहाहूँ ...जिस से की आप सहित तमाम लोगों को लाभ हो जो समाधान में रुद्राभिषेक का उपाय बताते हैं. और शङ्कर कि उपासना करना चाहते हैं ..आशा है लाभ ग्राही बनेङ्गे ...
जलेन बृष्टि माप्नोति व्याधि शान्त्यै कुशोदकैः! दध्ना च पशु कामाय श्रीया इक्षु रसेन च !!मध्वज्येन धनार्थी स्यात् मुमुक्षुः तीर्थ वारिणा !पुत्रार्थी पुत्र माप्नोति पयसां चाभिषेचनात !!बन्ध्या वा काक बन्ध्या वा मृत वत्सा च याङ्गना !! सद्यः पुत्र मवप्नोति पयसां चाभिषेचनात !!ज्वर कोप प्रशान्त्यर्थं जलधारा शिव प्रियः !!घृत धारा शिवे कार्या यवन्मन्त्र साहस्रकं!! तदा वन्सस्य विस्तारो जायते नात्र संशयः !!प्रमेह रोग शान्त्यर्थं प्राप्नुयात मनसेप्सितं!केवलम् दुग्ध धारा च तदा कार्या विशेषतः!! शर्करा मिश्रिता तत्र यदा बुद्धिर् जडा भवेत्!! श्रेष्ठा बुद्धिर्... भवेत्तस्य कृपया शङ्करस्य च !!शर्षपेनैव तैलेन शत्रु नासो भवेदिह ! पाप क्षयार्थि मधुना निर्व्याधिः सर्पिषा भवेत् !!!
जल से -----------वृष्टि
रोग शान्ति ----------कुश जल से
दहि से --------------पशु प्राप्ति वा पशु कि आरोग्यता(एवं वाहनादि लाभ )
गन्ने के रस से ------लक्ष्मी प्राप्ति
मधु युक्त जल से ------धनार्थी
तीर्थ जल से --------मोक्ष
दूध् से ---------पुत्र प्राप्ति
ज्वर् शान्त्यर्थ भी -----जल से
१००० बार घी से अभिषेक --वंश विस्तार
मन कामना एवं प्रमेह रोग शान्ति के लिये भी -----दूध् से
जड बुद्धि वालो को सुबुद्धि करने के लिये ----दूध् सर्कर मिला के
सर्षो के तेल से ---------------शत्रु नास
शुद्ध शहद से ----पाप क्षय के लिये
और व्याधि राहित्य के लिये -------सर्षो से रुद्राभिषेक करना चाहिये ...जन्म पत्री मे जो जो चिज कि कमि है वो तो आसानी से पता चल हि जाता है ..हर हर महादेव

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