गुरुवार, 19 जुलाई 2012

जय माता की

जम्मू कश्मीर में जहां वैष्णो माता विराजमान है, वह एक मनमोहक स्थल है, मां वैष्णो देवी का यह प्रसिद्ध दरबार हिन्दू धर्मावलम्बियों का एक प्रमुख तीर्थ स्थल होने के साथ-साथ 51 शक्तिपीठों में से एक मानी जाती हैं, माता वैष्णो ज्ञान, वैभव और बल का सामुहिक रुप है. क्योंकि यहां आदिशक्ति के तीन रुप हैं मां गुफा में महालक्ष्मी, महाकाली और महासरस्वती पिंडी रूप में स्थापित हैं.. पहली महासरस्वती... जो ज्ञान की देवी हैं, दूसरी महालक्ष्मी जो धन-वैभव की देवी और तीसरी महाकाली या दुर्गा शक्ति स्वरुपा मानी जाती है,वैष्णो देवी की इस पवित्र यात्रा के दौरान भक्तगण देवामाई, बाण गंगा, चरण पादुका, गर्भ जून गुफा, भैरव मंदिर आदि तीर्थों के भी दर्शन का लाभ उठाते हैं. यह भारत में तिरूमला वेंकटेश्वर मंदिर के बाद दूसरा सर्वाधिक देखा जाने वाला धार्मिक तीर्थ-स्थल है। इस मंदिर की देख-रेख श्री माता वैष्णो देवी तीर्थ मंडल द्वारा की जाती है.जहाँ दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु माँ के दर्शन के लिए आते हैं. यह उत्तरी भारत में सबसे पूजनीय पवित्र स्थलों में से एक है.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें